BA Semester-5 Paper-2 Fine Arts - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 चित्रकला - भारतीय वास्तुकला का इतिहास-II - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 चित्रकला - भारतीय वास्तुकला का इतिहास-II

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2804
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 चित्रकला - भारतीय वास्तुकला का इतिहास-II - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- जहाँगीर के चित्रों पर पड़ने वाले पाश्चात्य प्रभाव की चर्चा कीजिए ।

सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. जहाँगीर के चित्रों पर किस पाश्चात्य सभ्यता का प्रभाव पड़ा ?

उत्तर-

जहाँगीर के शासनकाल में बहुत से यूरोपीय व्यापारी भारत आए थे। पुर्तगाली लोग तो अकबर के समय से ही भारत में आ रहे थे। इस समय ब्रिटिश अधिकारियों ने भारत से सम्पर्क स्थापित करने प्रारम्भ कर दिए थे।

इंग्लड के राजदूत सर टामस रो जहाँगीर के दरबार में व्यापारिक विचार विमर्श हेतु आए थे। इस व्यापारिक सम्पर्क के परिणाम स्वरूप यूरोपीय कलाकारों ने भी मुगल दरवार में आना प्रारम्भ कर दिया जो अपने साथ यूरोपीय कलाकृतियों को भी लाए। इन कलाकृतियों ने मुगल चित्रकारों को अत्यन्त प्रभावित किया।

इसी के साथ-साथ सर टामस रो ने भी जहाँगीर को कई कलाकृतियाँ भेंट की और दावा किया कि उनके द्वारा भेंट की गयी कलाकृतियों की कोई भी कलाकार भारत में नकल नहीं कर सकता. सम्पूर्ण वृतान्त को सर टामस रो ने इस प्रकार प्रस्तुत किया, “बादशाह को मैंने एक चित्र दिया था। मुझे विश्वास था कि भारत में उसकी नकल होना असम्भव है। एक दिन वादशाह ने मुझे बुलाकर पूछा कि उस चित्र के तद्वत् प्रतिकृतिकार को क्या दोगे। मैंने कहा चित्रकार का पुरस्कार 50 रूपये है। उत्तर मिला मेरा चित्रकार मंसबदार है उसके लिए यह पुरस्कार बहुत थोड़ा है। रात में में पुनः बुलाया गया ओर मुझे मेरे चित्र जैसे छ: चित्र दिखाए गए कि इनमें से अपना चित्र छाँट लो। कुछ कठिनता से मैं अपना चित्र पहचान पाया और मैंने प्रतिकृतियों के अन्तर बताए । उपरान्त पुरस्कार का मोल-भाव पुनः प्रारम्भ हुआ । "

यह वृतान्त यह सिद्ध करता है कि भारतीय कलाकार प्रत्येक कलम की प्रतिकृति करने में निश्चित रूप से सिद्धहस्त हैं। इस समय का एक प्रमुख कलाकार विशनदास हुआ जिसकी शैली मुगल एवं पाश्चात्य विशिष्टताओं का अनुपम सामंजस्य प्रस्तुत करती है ।

इसी संदर्भ में एक विशिष्ट चित्र सलीम का जन्म है। रंग संयोजन छाया-प्रकाश, मानवाकृति रचना, परिप्रेक्ष्य आदि में पाश्चात्य प्रभाव को सहज ही अनुभव किया जा सकता है।

रायकृष्ण दास भी इसी संदर्भ में विचार विमर्श करते हैं, जहाँगीर कालीन चित्रों में इतनी स्वाभाविकता कहाँ से आई। उत्तर देने के लिए सीधा मार्ग है- फिरंगी प्रभाव से । किन्तु इसी से सन्तोष नहीं किया जा सकता है। निसन्देह यह बात सर्वविदित है कि जहांगीर के समय में यहाँ यूरोप के चित्र काफी तादाद में आ चुके थे ओर आ रहे थे इतना ही नहीं जहाँगीर उनकी कदर और संग्रह भी करता था। इस समय यहाँ के कारीगर इनकी प्रतिकृति और उनके आधार पर स्वतन्त्र चित्र भी बनाते थे। जहाँगीर कालीन कुछ चित्रों की पृष्ठिका व अंश विशेष में यूरोपीय दृश्य भी नकल किए गए हैं, फिर भी देखना तो यह है उक्त स्वाभाविकता यूरोपीय शैली है। या स्वतन्त्र हमारा उत्तर है कि वह स्वतन्त्र है।

परन्तु यह भी सत्य है कि इस विदेशी प्रभाव के फलस भी मुगल कलाकारों ने निजत्व मौलिकता को नहीं त्यागा । इसलिए यह कहा जा सकता है कि जहाँगीर काल निर्मित अधिकांश चित्र भारतीय हैं और जो विदेशी प्रभाव भी चित्रों में था उसने भारतीयता का जामा ओढ़ लिया।

इस समय के कलाकार केवल भारतीय तकनीक में ही नहीं वरन् पाश्चात्य तकनीक में भी सिद्धहस्त थे जहाँगीर के समय में स्त्रियाँ भी चित्रण करती थी। भारत कला भवन में एक चित्र मिलता है जिसमे एक महिला चित्रकार एक नारी का व्यक्तिचित्र बनाती हुई दर्शायी गयी है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- पाल शैली पर एक निबन्धात्मक लेख लिखिए।
  2. प्रश्न- पाल शैली के मूर्तिकला, चित्रकला तथा स्थापत्य कला के बारे में आप क्या जानते है?
  3. प्रश्न- पाल शैली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिए।
  4. प्रश्न- पाल शैली के चित्रों की विशेषताएँ लिखिए।
  5. प्रश्न- अपभ्रंश चित्रकला के नामकरण तथा शैली की पूर्ण विवेचना कीजिए।
  6. प्रश्न- पाल चित्र-शैली को संक्षेप में लिखिए।
  7. प्रश्न- बीकानेर स्कूल के बारे में आप क्या जानते हैं?
  8. प्रश्न- बीकानेर चित्रकला शैली किससे संबंधित है?
  9. प्रश्न- बूँदी शैली के चित्रों की विशेषताओं की सचित्र व्याख्या कीजिए।
  10. प्रश्न- राजपूत चित्र - शैली पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
  11. प्रश्न- बूँदी कोटा स्कूल ऑफ मिनिएचर पेंटिंग क्या है?
  12. प्रश्न- बूँदी शैली के चित्रों की विशेषताएँ लिखिये।
  13. प्रश्न- बूँदी कला पर टिप्पणी लिखिए।
  14. प्रश्न- बूँदी कला का परिचय दीजिए।
  15. प्रश्न- राजस्थानी शैली के विकास क्रम की चर्चा कीजिए।
  16. प्रश्न- राजस्थानी शैली की विषयवस्तु क्या थी?
  17. प्रश्न- राजस्थानी शैली के चित्रों की विशेषताएँ क्या थीं?
  18. प्रश्न- राजस्थानी शैली के प्रमुख बिंदु एवं केन्द्र कौन-से हैं ?
  19. प्रश्न- राजस्थानी उपशैलियाँ कौन-सी हैं ?
  20. प्रश्न- किशनगढ़ शैली पर निबन्धात्मक लेख लिखिए।
  21. प्रश्न- किशनगढ़ शैली के विकास एवं पृष्ठ भूमि के विषय में आप क्या जानते हैं?
  22. प्रश्न- 16वीं से 17वीं सदी के चित्रों में किस शैली का प्रभाव था ?
  23. प्रश्न- जयपुर शैली की विषय-वस्तु बतलाइए।
  24. प्रश्न- मेवाड़ चित्र शैली के उद्भव एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
  25. प्रश्न- किशनगढ़ चित्रकला का परिचय दीजिए।
  26. प्रश्न- किशनगढ़ शैली की विशेषताएँ संक्षेप में लिखिए।
  27. प्रश्न- मेवाड़ स्कूल ऑफ पेंटिंग पर एक लेख लिखिए।
  28. प्रश्न- मेवाड़ शैली के प्रसिद्ध चित्र कौन से हैं?
  29. प्रश्न- मेवाड़ी चित्रों का मुख्य विषय क्या था?
  30. प्रश्न- मेवाड़ चित्र शैली की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए ।
  31. प्रश्न- मेवाड़ एवं मारवाड़ शैली के मुख्य चित्र कौन-से है?
  32. प्रश्न- अकबर के शासनकाल में चित्रकारी तथा कला की क्या दशा थी?
  33. प्रश्न- जहाँगीर प्रकृति प्रेमी था' इस कथन को सिद्ध करते हुए उत्तर दीजिए।
  34. प्रश्न- शाहजहाँकालीन कला के चित्र मुख्यतः किस प्रकार के थे?
  35. प्रश्न- शाहजहाँ के चित्रों को पाश्चात्य प्रभाव ने किस प्रकार प्रभावित किया?
  36. प्रश्न- जहाँगीर की चित्रकला शैली की विशेषताएँ लिखिए।
  37. प्रश्न- शाहजहाँ कालीन चित्रकला मुगल शैली पर प्रकाश डालिए।
  38. प्रश्न- अकबरकालीन वास्तुकला के विषय में आप क्या जानते है?
  39. प्रश्न- जहाँगीर के चित्रों पर पड़ने वाले पाश्चात्य प्रभाव की चर्चा कीजिए ।
  40. प्रश्न- मुगल शैली के विकास पर एक टिप्पणी लिखिए।
  41. प्रश्न- अकबर और उसकी चित्रकला के बारे में आप क्या जानते हैं?
  42. प्रश्न- मुगल चित्रकला शैली के सम्बन्ध में संक्षेप में लिखिए।
  43. प्रश्न- जहाँगीर कालीन चित्रों को विशेषताएं बतलाइए।
  44. प्रश्न- अकबरकालीन मुगल शैली की विशेषताएँ क्या थीं?
  45. प्रश्न- बहसोली चित्रों की मुख्य विषय-वस्तु क्या थी?
  46. प्रश्न- बसोहली शैली का विस्तार पूर्वक वर्णन कीजिए।
  47. प्रश्न- काँगड़ा की चित्र शैली के बारे में क्या जानते हो? इसकी विषय-वस्तु पर प्रकाश डालिए।
  48. प्रश्न- काँगड़ा शैली के विषय में आप क्या जानते हैं?
  49. प्रश्न- बहसोली शैली के इतिहास पर प्रकाश डालिए।
  50. प्रश्न- बहसोली शैली के लघु चित्रों के विषय में आप क्या जानते हैं?
  51. प्रश्न- बसोहली चित्रकला पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
  52. प्रश्न- बहसोली शैली की चित्रगत विशेषताएँ लिखिए।
  53. प्रश्न- कांगड़ा शैली की विषय-वस्तु किस प्रकार कीं थीं?
  54. प्रश्न- गढ़वाल चित्रकला पर निबंधात्मक लेख लिखते हुए, इसकी विशेषताएँ बताइए।
  55. प्रश्न- गढ़वाल शैली की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की व्याख्या कीजिए ।
  56. प्रश्न- गढ़वाली चित्रकला शैली का विषय विन्यास क्या था ? तथा इसके प्रमुख चित्रकार कौन थे?
  57. प्रश्न- गढ़वाल शैली का उदय किस प्रकार हुआ ?
  58. प्रश्न- गढ़वाल शैली की विशेषताएँ लिखिये।
  59. प्रश्न- तंजावुर के मन्दिरों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिए।
  60. प्रश्न- तंजापुर पेंटिंग का परिचय दीजिए।
  61. प्रश्न- तंजावुर पेंटिंग की शैली किस प्रकार की थी?
  62. प्रश्न- तंजावुर कलाकारों का परिचय दीजिए तथा इस शैली पर किसका प्रभाव पड़ा?
  63. प्रश्न- तंजावुर पेंटिंग कहाँ से संबंधित है?
  64. प्रश्न- आधुनिक समय में तंजावुर पेंटिंग का क्या स्वरूप है?
  65. प्रश्न- लघु चित्रकला की तंजावुर शैली पर एक लेख लिखिए।

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